Jharkhand Fasal Rahat Yojana Me Registration Kaise Kare

Jharkhand Fasal Rahat Yojana Me Registration Kaise Kare?

यदि आप झारखंड राज्य में रहने वाले  झारखंड व्यकित हैं तो आपको मालूम होगा की इस वर्ष 2022 मे बहुत से कम जगहो पे वर्षा हुई है और वो भी बहुत कम मात्रा में, जिसकी वजह से किसान इस वर्ष खरीफ फसल (जैसे - धान, मक्का आदि ) प्राकृतिक आपदा और प्राकृतिक दुर्घटनाओं के कारण फसल नहीं कर पाएँ, यहाँ तक की कितने किसानो की गयी खेती पानी की वजह से खेत मे ही सुख गए। इसीलिए प्राकृतिक आपदा और प्राकृतिक दुर्घटनाओं के कारण फसल नहीं हो पाने के कारण किसानो के राहत के लिए झारखंड राज्य सरकार के मुख्यमंत्री (श्री हेमंत सोरेन ) ने Jharkhand Fasal Rahat Yojana (JRFRY) 2022 की घोषणा की । 

  

झारखंड राज्य फसल राहत योजना (JRFRY) 2022

 आज इस पोस्ट में आप इसी Jharkhand Fasal Rahat Yojana (JRFRY) 2022 के बारे में जानेंगे। इस पोस्ट में हम बताएँगे की Jharkhand Fasal Rahat Yojana (JRFRY) 2022 क्या है? झारखंड राज्य फसल क्षति का आकलन किस प्रकार करेगा , मुआवजा क्या होगा ? Jharkhand Fasal Rahat Yojana (JRFRY) मे कौन-कौन आवेदन करा सकते हैं ? Jharkhand Fasal Rahat Yojana (JRFRY) 2022 में ऑनलाइन पंजीकरण कैसे करें ? तो चलिये जानते हैं ।


Jharkhand Fasal Rahat Yojana (JRFRY) 2022 क्या है? 

Jharkhand Fasal Rahat Yojana (JRFRY) झारखंड राज्य सरकार द्वारा निकाली गयी एक योजना है, ये योजना झारखंड के किसानो के लिए है जिनकी फसल इस वर्ष 2022 मे खरीफ फसल (धान , मक्का, आदि) प्राकृतिक आपदा और प्राकृतिक दुर्घटनाओं के कारण सल नहीं हो पायी, तो झारखंड सरकार हेमंत सोरेन ने किसानो की राहत के लिए Jharkhand Fasal Rahat Yojana (JRFRY) 2022 को लायी , यह योजना किसानों को प्राकृतिक आपदा के कारण फसल क्षति के मामले मे सुरक्षा कवच प्रदान करने और एक निशिचत आर्थिक सहायता प्रदान करेगा । इस योजना मे भू: स्वामी और भूमिहीन किसान दोनों पंजीकरण करा सकते हैं । 



झारखंड राज्य फसल क्षति का आकलन किस प्रकार करेगा , मुआवजा क्या होगा ?

  1. फसल क्षति का आकलन Ground Truthing प्रक्रिया द्वारा किया जाएगा जो कुछ नमूने और टिप्पणियो का सायोंजन होगा । कटाई के बाद की क्षति के मामले में जो मूल्याकन होगा वो मूल्याकन दृष्टि के आधार पर होगा । विभिन्न स्तरों पर विभिन्न समन्वय समितियों का गठन किया जाएगा । 
  2. जंगली जानवरों के हमले के कारण नुकसान , कोसनो द्वारा अवज्ञानिक खेती जैसे जोखिमपूर्ण जोखिम योजना के अनुसार नहीं माना जाएगा । 
  3. किसानो से प्राप्त फसल क्षति की प्रारम्भिक रेपोर्टिंग मे ग्राम सभा की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी । तूफान , बवंडर, भूकंप , सुनामी , बाढ़, ज्वालामुखी विस्फोट और अन्य भू-वैज्ञानिक प्रक्रियाए प्रकृति आपदा के श्रेणी मे आते हैं तो या सब जोखिम को इस योजना के तहत कवर की जाएगी। 
  4. Pay Out मैट्रिक्स विकसित किया गया है, जो नुकसान के आधार पर 0.1-5 एकड़ भूमि 3000 रुपये से लेकर 4000 रुपये प्रति एकड़ के रूप मे दिया जाएगा । 

Jharkhand Fasal Rahat Yojana (JRFRY) मे कौन-कौन आवेदन करा सकते हैं ?


Jharkhand Fasal Rahat Yojana (JRFRY) के अंतर्गत आवेदन करने की पात्रता :-

  1. सभी रैयत और बटाईदार किसान 
  2. किसान झारखंड राज्य के निवासी हो 
  3. आवेदक की उम्र 18 वर्ष से अधिक हो 
  4. आवेदक किसान का वैध आधार संख्या होनी चाहिए 
  5. कृषि कार्य करने से संबन्धित वैध भूमि दस्तावेज़ (भू-सामित्व प्रमाण पत्र या राजस्व रशीद/राजस्व विभाग से निर्गत बंदोबस्ती पट्टा / बटाईदार किसान द्वारा भू-स्वामी से सहमति पत्र )
  6. कम से कम 10 डिस्मिल और अधिकतम 5 एकड़ भूमि के लिए निबंधन होगी 
  7. सभी किसानो के लिए स्वैच्छिक 
  8. आवेदक किसानो को अपना आधार संख्या बीओमेट्रिक प्रणाली द्वारा प्रमाणित किया जाएगा । 
 

Jharkhand Fasal Rahat Yojana (JRFRY) 2022 में ऑनलाइन पंजीकरण कैसे करें ?

Jharkhand Fasal Rahat Yojana (JRFRY) में ऑनलाइन पंजीकरण करने के लिए आपको निम्नलिखित दस्तावेजों की ज़रूरत पड़ेगी :-

  1. आधार कार्ड 
  2. सक्रिय मोबाइल नंबर 
  3. आधार से जुड़ी बैंक खाता का विवरण
  4. अध्यतन भू-स्वामित्व प्रमाणपत्र अथवा राजस्व रशीद (31 मार्च 2022 तक भूकतान किया हुआ )
  5. वंशावली (मुखिया / ग्रामप्रधान / राजस्व कर्मचारी / अंचल अधिकारी द्वारा निर्गत )
  6. सरकारी भूमि पर खेती करने हेतु राजस्व विभाग से निर्गत बंदोबस्ती पट्टा 
  7. घोषणा पत्र ( रैयत और बटाईदार किसान द्वारा )
  8. सहमति पत्र (बटाईदार किसान द्वारा )
  9. पंजीकृत किसानो के चयनित फसल एवं बुवाई के रकबा का पूरा विवरण 

ऊपर बताए गया दस्तावेजों को लेकर आप झारखंड राज्य फसल राहत योजना (JRFRY) मे ऑनलाइन पंजीकरण करने के लिए योजना पोर्टल https://jrfry.jharkhand.gov.in/ पर स्वयं द्वारा या नजदीकी प्रज्ञा केंद्र मे जाकर पंजीकरण करा सकते हैं।